तुम
दोनों एक से हो ।
बहुत
सी बातों में
और
बहुत सी बातें अलग भी ।
पर
कुछ है जो एक सा है ।
एक
जैसा....एक शब्द...लाल !
जैसे
कि तुम दोनों लाल हो !
कोई
खा कर, अघा कर लाल
कोई
भूख की बिलबिलाहट
तिलमिलाहट
से लाल ।
कोई
शर्मिंदगी से लाल
तो
कोई क्रोध की आँच से लाल ।
कोई
एसी की ठंडक से लाल
कोई
धूप की तपिश से लाल ।
उगता
सूरज
डूबता
सूरज
लाल
- लाल - लाल
कारण
अलग-जुदा
पर
रंग दोनों का एक
लाल
!
ख़ून
तो ख़ून है
उसका
रंग शाश्वत लाल !
और
ख़ून से रंगे
हाथों
का रंग भी लाल ?
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